ओ मेरे साँवरिया हर पल तू रहे
मेरे सामने देखू तुझे जी भर के
तुझसे ही गिले शिकवे साँवरिया
तुझी से ही हैं प्यार मेरे साँवरिया
तू ही मेरी आत्मा,तू ही दिल और जान
तुझ से ही हैं कायनात सारी
तुझ से ही हैं दिल के अरमान
जो दिया तूने उसका शुक्रिया भी तुझे
और जो दिए गम उसके गिले भी तुझी से हैं साँवरिया
कहते हैं कुछ के गम का गिला करते नही
पर प्यार अपनों से होता हैं तो
शिकवा भी अपनों से ही होता हैं साँवरिया

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